
दीपावली की आहट शुरु होते ही मिट्टी के दीए बनाने वालों के परिवार के चेहरों पर रौनक आ जाती है. परिवार के सभी सदस्य मिट्टी के दीए सहित अन्य सामान बनाने में जुट जाते हैं. लेकिन पिछले कुछ सालों से इन परिवारों को दीपावली में खुशी से ज्यादा मायुसी का सामना करना पड़ रहा है. कारण है बाजार में भारी मात्रा में उपलब्ध चायनीज लाइटें. आजकल लोग मिट्टी के दियों के जगह बिजली से चलने वाले झालरों का प्रयोग करने लगे हैं. ऐसे में कुम्हारों के परिवार को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ता है.
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