
झारखंड के जमशेदपुर में दीपवाली के समय आदिवासी बहुल इलाकों में मनाए जाने वाला पर्व ‘सोहराय’ की तैयारियों को देखकर आप दंग रह जाएंगे. अगर देश की हर गली, हर गांव, हर मोहल्ले ऐसे ही स्वच्छता और खूबसूरती के रंग में रंग जाए तो ‘स्वच्छ भारत अभियान’ का सपना पलक झपकते ही पूरा हो जाएगा. आदिवासी इलाके में महिलाएं घरों की सफाई और दिवारों पर रंग रोगन का काम सोहराय से 3 हफ्ते पहले ही शुरू कर देतीं हैं. प्राकृतिक रूप से धरती के स्वर्ग जैसा दिखने वाला यह आदिवासी क्षेत्र जमशेदपुर के परसुडीह के आस-पास सोपोडेरा और डुकाटोला में स्थित है. त्योहार के दौरान यहां प्राकृतिक और कृत्रिम दोनों ही प्रकार के रंगों का इस्तेमाल करके महिलाएं चित्रकारी करती हैं. खास बात ये है कि इसमें जानवरों, पक्षियों और प्रकृति से ही जुड़ी अन्य चीजों की झलक मिलती है.
from Latest News झारखंड News18 हिंदी https://ift.tt/2SPNgfR
0 comments: