अयोध्या प्रसाद बताते हैं कि इस धंधे में खाना-पीना सब कुछ काटकर महीने में 10,000 रुपये तक मुनाफा हो जाता है. उन्होंने बताया कि जो टोकरी तैयार करते हैं वह शाहपुर, डुमराँव, ब्रह्मपुर, करहगर, रोहतास, कैमूर, आरा, पटना, कृष्णाब्रह्म, रघुनाथपुर के अलावा दूसरे राज्यों में भी जाता है.
from Latest News बिहार News18 हिंदी https://ift.tt/QNpJOzf
Home
Bihar
Latest News बिहार News18 हिंदी
Buxar News: विरासत में मिले व्यवसाय को आगे बढ़़ा रहे हैं बुनकर, सरकार से मदद की है दरकार
0 comments: